हेराक्लियस के साथ अबू सूफियन का मुठभेड़ः प्रारंभिक इस्लाम में एक नज़र
अबू सूफियान बिन हरब, व्यवसाय के लिए सीएएम (लेवेंट) में हैं। जब पैगंबर का पत्र हेराक्लियस के हाथ पहुंचा, तो वह उस पत्र की सत्यता को जानना चाहता था और वह अरब जो पैगंबर को जानते थे। इसलिए अबू सूफियान और उनकी सेना को हेराक्लियस के समक्ष कॉन्स्टेंटिनोपल (इस्तांबुल) बुलाया गया। उस मुलाकात मेंः हेराक्लियस ने अबू सूफियान से पैगंबर मुहम्मद के बारे में पूछा - मूल, दक्षता, विवेक और अनुयायी। यद्यपि अबू सूफ़ियन उस समय नबी के शत्रु थे, किन्तु उन्होंने ईमानदारी से उत्तर दिया, क्योंकि उन्हें रोम के महापुरुष के सामने झूठ बोलने में शर्म आती थी। अबू सूफ़ियन के उत्तर से हेराक्लियस प्रभावित हुए और उन्होंने कहा, "यदि आप जो कह रहे हैं वह सच है, तो वह भूमि है जो अब मैं हैं। " हेराक्लियस ने इस्लाम के प्रति झुकाव दिखाया, लेकिन राजनीतिक दबाव के कारण खुले तौर पर इस्लाम को स्वीकार नहीं किया। यह कथा साहिब अल-बुखारी में दी गई है

Levi