बादलों में ईश्वर के रूप में दिखाई देने वाला व्यक्ति
पूरा दृश्य बिना पृष्ठभूमि या कैमरे की गति के स्थिर रहता है। यह देवता जैसा व्यक्ति बादलों के बीच आगे घूमता है। उसकी आँखें पहले बंद हैं। एक छोटे से विराम के बाद, उसकी पलकें धीरे-धीरे ऊपर उठती हैं, जिससे गहरी, छेदती आंखें सामने आती हैं। वह कुछ सेकंड तक उसकी ओर देखता रहा - चुप, शांत, शक्तिशाली। फिर, एक सूक्ष्म गति के साथ, उसके मुंह के कोनों में एक धीमी, ज्ञानपूर्ण मुस्कान में उठता है। उसका भाव अपनी भव्यता खोए बिना नरम हो जाता है। उसका चेहरा ढीला हो जाता है और उसकी निगाहें स्थिर रहती हैं, जैसे वह किसी छिपी सच्चाई को पहचान रहा हो, जो केवल देखने वाले के लिए है। उसके पीछे के बादल पूरी तरह से स्थिर रहते हैं। उसका रगड़ा मुश्किल से चलता है। केवल उसके चेहरे में ही जीवंतता है - उसकी आँखों, माथे और होंठों पर - जो क्रिया से अधिक भावनात्मक उपस्थिति पर जोर देते हैं। यह क्षण शांत, अंतरंग और भयभीत करने वाला है।

Penelope