चार तत्वों का चित्रण: पृथ्वी, जल, वायु, अग्नि
चार ऊर्ध्वाधर खंडों में विभाजित उदासीन दृष्टि वाली स्त्री का एक ललित चित्र। बाएं से सबसे आगे उसकी त्वचा को एक कठोर, फटी हुई मिट्टी के रूप में दिखाया गया है, जिसमें प्राकृतिक मिट्टी के पैटर्न हैं जो उसकी विशेषताओं को परिभाषित करते हैं। इसके बाद, उसकी त्वचा बहते पानी की तरह दिखाई देती है, जिसमें लहरें और बूंदें प्रकाश को प्रतिबिंबित करती हैं, जिससे एक शांत प्रभाव पड़ता है। तीसरे भाग में उसकी त्वचा को हवादार और बादल की तरह प्रस्तुत किया गया है, जिसमें उसके चेहरे में मिश्रित नरम, घुमावदार धुंध है, जो एक अभूतपूर्व, अन्य दुनिया की नज़र आती है। दाहिने से दाएं भाग में उसकी त्वचा को आग की बनावट में बदल दिया गया है, जिसमें उसके रूपों को उजागर करने के लिए कोहरे चमक रहे हैं। कलाकृति का उद्देश्य यथार्थवादी, नाटकीय दृश्य प्रभाव है

Audrey