बारिश और संगीत के बीच ट्रेन में सफर
लड़का ट्रेन की खिड़की के पास बैठा था, उसकी निगाहें ग्लास से उतर रही वर्षा की बूंदों के अंतहीन धुंधलेपन पर थी। बाहर की दुनिया में हरे-ग्रे रंग के हल्के रंग के रंग थे। ट्रेन धीरे-धीरे हिलाती रही, उसके पहियों ने रेल पर एक hypnotic tune गाया, लेकिन उसका ध्यान कहीं और था। उनके कानों में कानों में कानों में कानों में कानों में कानों में कानों में कानों में कानों में कानों में कानों में कानों में कानों में कानों में कानों में कानों में कानों में कानों में कानों में कानों में कानों तक कानों तक कानों तक कानों तक कानों तक कानों तक कानों तक कानों जैसे-जैसे बाहर तूफान भड़का, लड़के को ध्वनि में एक अजीब सा आराम मिला, उसके विचार धड़कनों के बीच, घर और दूर के स्थानों के बीच, और यात्रा जो उसके सामने सामने थी। बारिश, संगीत, ट्रेन- सब एक हो गया। एक कहानी में एक क्षणिक अध्याय जो अभी तक नहीं लिखा गया है, उसकी प्लेलिस्ट से प्रत्येक नोट उसे अज्ञात में आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित करता है।

Jace